Jan 1, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…
दोस्तों, हर साल की तरह इस वर्ष भी आपने नए साल के लिए नए जोश, नई उम्मीद, नई संभावनाओं के साथ, नए संकल्प बनाए होंगे, जो निश्चित तौर पर आपके जीवन को ज्यादा सुख, शांति और ख़ुशी के साथ 360 डिग्री बेहतर बनाने वाले होंगे। लेकिन अक्सर मैंने देखा है, इस दुनिया में 95% से अधिक लोग जीवन को बेहतर बनाने वाले इन संकल्पों को पहले पंद्रह दिनों के भीतर ही किसी ना किसी वजह से छोड़ देते हैं। दोस्तों, अगर आपका लक्ष्य वर्ष 2025 को अपने जीवन का सर्वोत्तम प्रगति का वर्ष बनाना है, तो आपको स्पष्ट रूप से अपने लक्ष्यों को निर्धारित कर, उस पर समय और योजनाबद्ध तरीक़े से व्यवस्थित रूप में काम करना होगा। याद रखियेगा, नव वर्ष पर संकल्प बना कर, नई शुरुआत करना सिर्फ़ एक रस्म नहीं है, बल्कि यह तो अपनी ज़िंदगी को नई दिशा देने का एक बेहतरीन मौका या सर्वश्रेष्ठ समय है। आइये आज हम वर्ष 2025 को अपने जीवन का सर्वोत्तम वर्ष बनाने के 5 सूत्र सीखते हैं-
पहला सूत्र - जीवन के हर क्षेत्र के लिए संकल्प लें
हर बड़ी उपलब्धि की शुरुआत एक छोटे से संकल्प से होती है। इसलिए वर्ष 2025 के लिए संकल्प तय करें और यह याद रखें कि आपके संकल्प व्यक्तिगत विकास, सेहत, परिवार, करियर, रिश्ते और समाज आदि सभी को कवर करते हों। इसके बिना जीवन में 360 डिग्री सुख, शांति और ख़ुशी की परिकल्पना को साकार करना संभव नहीं होगा। याद रखिएगा, जीवन में प्रगति के लिए हमें यह स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए कि हमें क्या हासिल करना है। इसके बिना नई आदतों को अपनाना मुश्किल ही होगा।
दूसरा सूत्र - संकल्प को छोटे लक्ष्यों में बदलें
बड़े संकल्पों को छोटे लक्ष्यों में बांटने से उन्हें दैनिक जीवन में हासिल करना और प्रगति वि किए गए कार्यों और लगाए गए समय की गुणवत्ता को मापना आसान हो जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपका लक्ष्य अपनी फिटनेस बढ़ाना है तो आप इसे तीन छोटे लक्ष्यों में बांट सकते हैं। पहला, प्रतिदिन 30 मिनट व्यायाम करना; दूसरा, हेल्दी डाइट अपनाना और तीसरा, नियमबद्ध जीवन जीना। इसके पश्चात साप्ताहिक या मासिक आधार पर अपनी प्रगति की समीक्षा करना शुरू कर दें।
तीसरा सूत्र - लक्ष्य के विभिन्न चरणों को समझें
पूर्ण संतोष के साथ सफलता पाने के लिए लक्ष्य के विभिन्न चरणों को समझना और अपनाना आवश्यक है, इसके बिना संकल्प के रूप में बनाए गए लक्ष्यों को पूरा करना संभव नहीं होगा।
पहला चरण - कल्पना करना या सपना देखना
किसी विशेष क्षेत्र में संकल्प लेने का निर्णय वस्तुतः एक कल्पना या एक सपना होता है। जैसे सफलता के संदर्भ में कहना कि ‘देखना मैं एक दिन बड़ा आदमी बनूँगा।’ ऐसा कहने वाले लोगों से मैं कहता हूँ कि ‘देखना वह दिन कभी नहीं आएगा!’ क्योंकि उपरोक्त कथन सिर्फ़ एक कल्पना है।
दूसरा चरण - कल्पना + समय सीमा = उद्देश्य
जब आप अपनी कल्पना या सपने को समय सीमा से जोड़ देते हैं, तब आप इस कल्पना या सपने को उद्देश्य में परिवर्तित कर लेते हैं। कल्पना या सपनों का उद्देश्य में बदलना आपको इसे हक़ीक़त में बदलने के लिए आवश्यक ऊर्जा याने मोटिवेशन देता है।
तीसरा चरण - उद्देश्य + योजना = इरादा
जब आप सपनों या अपनी कल्पना को समय सीमा के अनुसार बनाई गई योजना से जोड़ देते हैं, तो यह कल्पना आपके इरादे का रूप ले लेती है और आप इसे हर हाल में पाने के लिए प्रतिबद्ध हो जाते हैं।
चौथा चरण - इरादा + निरंतर प्रयास = सफलता
जब आप अपने इरादे याने कल्पना+समय सीमा+योजना को हकीकत में बदलने के लिए रोज कदम उठाने लगते हैं तब आप सफलता की ओर अपने कदम बढ़ाने लगते हैं। अर्थात् सफलता, योजनाबद्ध तरीके से नियमित और ईमानदारी के साथ उद्देश्य प्राप्ति के लिए किए गए प्रयास का परिणाम होती है।
पाँचवाँ चरण - महत्वपूर्ण लक्ष्य + समय सीमा + योजना + निरंतर प्रयास = संतोष
जब उपरोक्त सभी कार्य किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किए जाते हैं तो यह जीवन में संतोष लाता है। अर्थात् सही दिशा में किया गया प्रयास न केवल सफलता देता है, बल्कि जीवन में आत्म-संतोष भी लाता है।
चौथा सूत्र - एक्शन लें और उसे दैनिक आधार पर मापें
जब तक आप अपने लक्ष्य की दिशा में पूर्व में बनाई गई योजना के अनुसार प्रतिदिन कार्य नहीं करेंगे तब तक आप अपने किसी भी लक्ष्य को तय समय में पूरा नहीं कर पायेंगे। जी हाँ, नियमित और छोटे प्रयास ही बड़ी उपलब्धियों का आधार बनते हैं। इसलिए प्रतिदिन यह सोचना कि आपने लक्ष्य को पाने के लिए आज क्या किया, अत्यंत आवश्यक है।
पाँचवाँ सूत्र - सफलता का जश्न मनाएं
हर उपलब्धि, चाहे वह छोटी हो या बड़ी, जश्न मनाने योग्य है। यह जश्न न केवल आपके प्रयासों को प्रमाणिकता या पहचान देता है, बल्कि आपको और अधिक करने के लिए प्रेरित भी करता है। इसलिए, आप जब भी कोई लक्ष्य पूरा करें, उसे अपनी मेहनत का प्रमाण मानें और उसका आनंद लें।
अंत में दोस्तों, मैं सिर्फ़ इतना ही कहना चाहूँगा कि साल 2025 को ‘अपने जीवन का विकास का वर्ष’ बनाने के लिए हमें अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करना होगा, उन्हें छोटे हिस्सों में बांटना होगा, और नियमित प्रयासों के साथ आगे बढ़ना होगा। सही दृष्टिकोण, योजना, और प्रतिबद्धता के साथ हम इस वर्ष को अपनी जिंदगी के सबसे सफल और संतोषजनक वर्षों में बदल सकते हैं। आइए, उपरोक्त बातों को अपने जीवन का आधार बनाते हैं और 2025 को हमारे जीवन का एक प्रेरक और प्रगति से भरा हुआ साल बनाते हैं।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
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