Jan 7, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…
दोस्तों, यकीन मानियेगा अपने अतीत, फिर चाहे वो अच्छा या बुरा कैसा भी क्यों ना हो, से अपना भविष्य सुनहरा बनाया जा सकता है। जी हाँ सही सुना आपने, हमारा अतीत हमारे भविष्य को सुंदर और सुखी बना सकता है, बस इसके लिए आपको बीते हुए कल से सबक लेकर, वर्तमान का सदुपयोग करते हुए, सुनहरे भविष्य की तैयारी करना होगी क्योंकि जब आप इस सूत्र पर आधारित जीवन नहीं जीते हैं, तब आप जटिल और कष्टप्रद प्रतीत होता जीवन जीते हैं। इसके विपरीत, बीते हुए कल से शिक्षा लेकर, वर्तमान में समझदारी से कदम उठाकर, और भविष्य के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना ही संतोषजनक, सुखी और सफल जीवन का मूलमंत्र है।
ऐसा मानने के पीछे मेरी सिर्फ़ एक धारणा है। बीता हुआ कल निश्चित तौर पर अनुभवों का अनमोल भंडार होता है और इसीलिए यह हमारे लिए अनुभवों के आधार पर सबसे बड़े शिक्षक की भूमिका निभा सकता है। इसकी सहायता से हम जान सकते हैं कि हमने अपने जीवन में कौन-कौन सी गलतियां की हैं और कौन से निर्णय ऐसे लिए हैं जिन्होंने हमें फ़ायदा पहुंचाया है। इन अनुभवों को याद रखना और उनसे सबक लेकर अपने जीवन में सुधार करना ही हमारे आने वाले जीवन को बेहतर बनाता है।
इसके ठीक विपरीत अक्सर मैंने लोगों को अपनी असफलताओं से डरते और उन्हें भुलाने की कोशिश करते हुए देखा है। यह मेरी नजर में जीवन के प्रति खराब नजरिये का सबसे बड़ा उदाहरण है। अगर वे अपनी इस धारणा को छोड़ कर अपने अतीत को स्वीकार लें और अपनी असफलताओं से सबक लेना शुरू कर, उन कारणों को पहचानना शुरू कर दें जिनकी वजह से उन्हें पूर्व में विफलता मिली थी, तो वे निश्चित तौर पर बेहतर निर्णय लेना और समस्याओं से बचकर रहना सीख सकते हैं। ऐसा करना उनके सफल और सुखद भविष्य की एक मजबूत नींव बना सकता है। दोस्तों, ऐसा मैं यह अपने जीवन के अनुभव के आधार पर कह रहा हूँ।
अतीत से सीखने के बाद दूसरा महत्वपूर्ण कार्य अपने वर्तमान का सदुपयोग करना है क्योंकि वर्तमान के सदुपयोग में ही हमारी सफलता की कुंजी छुपी है। वर्तमान ही हमारे जीवन का सच्चा और वास्तविक हिस्सा होता है। इसलिए आपको इसे जीने का सर्वोत्तम तरीका सीखना होगा अर्थात् वर्तमान में रहते हुए, इसका सर्वोत्तम उपयोग करना सीखना होगा। इसका एक ही तरीका है साथियों, बीते हुए कल की गलतियों के लिए पछताना बंद करना व उससे सीखना और भविष्य की अनिश्चितताओं और चिंताओं में उलझने के स्थान पर, उसे याद रख अपने वर्तमान की योजना बनाना। उसके पश्चात अपने वर्तमान समय का सदुपयोग करते हुए मेहनत, ईमानदारी और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करें, तो आप अपने भविष्य को निश्चित रूप से उज्जवल बना पायेंगे।
कहते हैं ना ‘भविष्य की तैयारी, सुनहरे कल की आशा बुनती है’, इसलिए याद रखें आने वाले कल के लिए योजना बनाना अत्यंत आवश्यक है। बिना योजना हमारी यात्रा एक दिशा हीन यात्रा के समान हो सकती है। इसलिए अपने भविष्य की योजना बनायें और उस योजना के आधार पर वर्तमान में छोटे-छोटे कदम उठायें, तभी आप अपनी सफलता सुनिश्चित कर पायेंगे। भविष्य की तैयारी का यहाँ अर्थ अपनी कमजोरियों पर काम करना, नई चीजें सीखना, और खुद को उन परिस्थितियों के लिए तैयार करना शामिल है, जो हमें जीवन में आगे बढ़ने से रोक सकती हैं।
दोस्तों, कुल मिलाकर कहा जाये तो सीखने, जीने और बढ़ने के मेल में संतुलन बनाकर जीवन में आगे बढ़ना हमें अपनी मंजिल तक पहुंचाता है। अर्थात् जब बीते हुए कल से सबक लेकर, वर्तमान का सर्वोत्तम उपयोग करते हैं, और भविष्य के लिए तैयार रहते हैं, तो हमारा जीवन एक संतुलित और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ता है और इस संतुलन के बिना, जीवन भ्रमित और अनियमित हो सकता है। इसी बात को दूसरे शब्दों में कहा जाये तो बीते हुए कल के अनुभव हमें जीवन का सच्चा मार्ग दिखाते हैं, वर्तमान का सही उपयोग हमें खुशहाल और संतुष्ट जीवन जीने में मदद करता है, और भविष्य की तैयारी हमें आत्मविश्वास और दिशा प्रदान करती है। इन तीनों पहलुओं को समझकर अपनाना ही सही मायने में सुखद और सार्थक जीवन जीने का रहस्य है।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
Comments